by Sanjay Patil- Nagpur--- इस पोस्ट के अन्दर दबे हुए इतिहास के पन्ने हैl जिसमें *मूलनिवासी द्रविड कौन है? देवी-देवता कौन है?आर्य कौयन हजातिवाद,पूँजीवाद क्या है?*
*आप द्रविड़ शब्द का अर्थ जानते हो?* कुछ लोग मेरे ख्याल से नहीं जानते होंगेl उनके लिए मैं संक्षिप्त में जानकारी प्रस्तुत कर रह हूँ। *द्रविड शब्द सभी ने अपने विद्यार्थी जीवन में अवशय पढ़ा होगाl साथ ही यह भी पढ़ा होगा की भारत देश की सभ्यता आर्य और द्रविड लोगों की मिली-जुली सभ्यता हैl* और यह भी पढ़ा होगा की *आर्य बाहर से आये हुए लोग है। हमारे भारतीय इतिहासकार लोगो ने बहुत सारी बातो को दबा दिया हैl भारत में आर्यों का आगमन हुआl ये कौन लोग है? कहाँ से आए?भारत में ये लोग है या नहीl इस बारे में इतिहासकार इतिहास में लिखते नहीं। क्यों? क्योंकी आज भारत देश में इतिहास लिखनेवाले आर्य लोग ही है। लेकिन आप उसे पहचानते नहीं। क्या आपको पता है? आपको शिक्षा कब से मिली ?और आप कौन से वर्ण में आते है? आप इस जाति में क्यों है? आप का इतिहास क्या था? जिस दिन इन बातो को खोजना शुरू करेंगे। आपको उत्तर मिलना शुरू हो जायेगा ।और जब समझ में आएगा तब आपको अहसास होगा की मैं गुलाम हूँ।आर्यों ने हमें घेर रखा हैl अब मैं कुछ करू। क्योंकी द्रविड कोई और नहीं आप ही द्रविड हो।*इतिहास के पन्नोे से *आर्य कोई और नहीं ब्राम्हण,क्षत्रिय,वैश्य ही आर्य है। ये अर्थवा,रथाईस्ट,वास्तारिया जाति के हैl इनका आगमन आज से 4500 साल पहले 2500 ईसा पूर्व भारत में हुआ थाl* ये घुड़-सवारी होते थे और लोहे के तलवार रखते थेl ये अपने साथ गाय भी लेकर आये थे। उस समय *भारत तीन भागो में बटा थाl पश्चिमोत्तर में राजा बलि का राज था। पूर्वोत्तर में राजा शंकर का राज थाl जिसे आप शंकर भगवान कहते होl और दक्षिण में राजा रावण का राज थाl जिसे आप हर साल जलाते हो और खुसिया मनाते होl* आर्य के आगमन के पहले भारत के मूलनिवासी द्रविड लोग थेl उस समय भारत के द्रविड लोग कृषि पशुपालन,पक्के ईटो के घर ,नहाने के लिए स्नानागार, देश-विदेश में ब्यापार ,विज्ञानवादी सोच ,मूर्ती निर्माण कला ,चित्रकारी में कुशल,शांति प्रिय ,एक उन्नत सभ्यता थीl उस समय अन्य देशोसे तुलना करे तो हमारी सभ्यता उनसे काफी विकसित थी।आर्योने सर्वप्रथम राजा बलि के राज में प्रवेश कियाl झुग्गी-झोपडी बनाकर रहने लगेl चोरी-चकारी करना शुरू किया। द्रविड़ो ने राजा से शिकायत कीl द्रविड़ो ने आर्यों को पकड़ कर राजा के सामने हाजिर किये। आर्यों ने पेट का हवाला दियाl राजा बलि दयालु मानवता प्रेमी थे। उसने माफ़ कर दिया और आर्यों के रहने-खाने का बंदोबस्त कर दिया ,और चोरी न करने की सलाह दीl कुछ दिन में राजा और प्रजा के ब्यवहार समझ जाने के बाद आर्यों ने एक योजना बनायीl इसमें *बामन नाम का एक आदमी (जिसे आज विष्णु भगवान कहते है) सभी आर्यों में तेज बुध्दीवान था*l पुरे आर्य ग्रुप के साथ राजा बलि के दरबार पहुचे और कहा राजा साहब हम आपके दरबार में बहुत सुखी हैl पर कुछ और हमें चाहिए दे देते तो बड़ी मेहरबानी होतीl राजा बलि ने कहा मांगो। आर्यों ने कहा राजा साहब हमने सुना है, आपके राज में त्रिवाचा चलता हैl अर्थात तीन वचन। हमें भी त्रिवाचा दीजिये, कही मुकर जायेंगे तो। इस प्रकार आर्यों ने छल-कपट पूर्वक राजा बलि के सामने तीन मांगे रखी। *पहली- राजा साहब हमें ऐसी शिक्षा का अधिकार दो, जिसे चाहे हम दे और न चाहे तो न दे। दूसरी-राजा साहब हमें ऐसा धन का अधिकार दो, जिसे चाहे हम दे न चाहे तो न देl तीसरी- राजा साहब हमें ऐसा राज करने का अधिकार दो, जिसे चाहे उसे राज में बिठाये और न चाहे तो न बिठाये। इसप्रकार आर्यों ने छल-पूर्वक राजा बलि से शिक्षा, धन ,राज करने का अधिकार ले लिए और राज में स्वयं बैठ गए। सैनिक शक्ति में अपने लोगो का कब्ज़ा करवा दिया। फिर राजा बलि को मारकर जमीन में गाढ़ दिया। जिसे कहा जाता है, विष्णु भगवान ने राजा बलि से दान में धरती पर तीन पग जमीन माँगीl ये तीन पग शिक्षा, धन, राज करने का अधिकार हैl जमीन में गाडा इसे बताया जाता है पाताल लोक का राजा बना दिया। आप तो पढ़े-लिखे होl जरा सोचो क्या किसी का पैर इतना बड़ा हो सकता हैl जो पुरी पृथ्वी को ढक ले। और पुरी पृथ्वी पर कब्ज़ा होता, तो विष्णु भगवान को अन्य देश के लोग क्यों नहीं जानते। क्यों नहीं पूजते। इसप्रकार आर्यों ने राजा बलि का राज हड़प लियाl उसी दिन से आर्य और द्रविड(भारत के मूलनिवासी) के बीच युद्ध जारी हैl* इसके बाद *राजा शंकर का राज हड़पने के लिए योजना बनायी। इसके लिए विष्णु ने अपनी बहन की शादी राजा शंकर से करने के लिए सोचा और शादी का प्रस्ताव भेजाl राजा शंकर का सेनापति महिषासुर थाl वो आर्यों की चाल समझ गया था, उसने मना करवा दिया। महिषासुर रोड़ा बन गया। तो आर्य पुत्री पार्वती ने ही महिषासुर को मारने के लिए उसे अपने प्रेम-जाल में फँसाया और खून करने के लिए आठ दिन तक मौका खोजती रहीl नौवे दिन जैसे ही मौका मिला धोखे से त्रिशूलद्वारा हत्या कर दी, और शंकर के पास दासी के रूप में सेवा करने लगी। धीरे-धीरे पार्वतीने अपनी खूबसूरती से शंकर को भी वश में कर लिया। और योजनाबद्ध तरीके से राजा शंकर को नशा की आदत लगा दीl इसप्रकार नशा के आदि होकर राजा शंकर का राज-पाठ से मोह-भंग हो गयाl फिर आर्यों ने उनका भी राज चलाया और नशे से आपका शरीर गर्म हो गया यह कहकर हिमालय पर्वत में रहने की सलाह दीl जिसे आज कैलाश पर्वत कहते है।* इसप्रकार दो राज्यों में आर्यों का कब्ज़ा हो गया। फिर *रावण का राज हड़पने के लिए युद्ध छेढ दिया गया। बिभिशन के दोगलापन के कारण छल से रावण को भी भारी मसक्कत के बाद आखिर में मार दिया गया।* इसप्रकार तीनो राज्यों में आर्यों ने कब्ज़ा कर लिया। *आर्यों ने अपने को देव और भारत के मूलनिवासी(द्रविड) को असुर कहाl इसप्रकार 1500 वर्षो तक चले युद्ध के बाद द्रविड पूर्ण रूप से हार गए। यह युद्ध इतिहास में देवासुर-संग्राम के नाम से प्रसिद्ध है।**देवासुर-संग्राम के बाद ही जाति व वर्ण व्यवस्था बनायी। आर्यों ने अर्थवा को ब्राम्हण,रथाईस्ट को क्षत्रिय और वस्तारिया जाति को वैश्य(बनिया) घोषित किया और भारत के मूलनिवासी(द्रविड) को शुद्र घोषित किया।* और शुद्र में दो वर्ग बनाये जितने लोगो ने लड़ा-भिड़ा उसे अछूत शुद्र कहा और बाकि को सछुत शुद्र घोषित किया। तथा सामाजिक एकता तोड़ने के लिए उन्होंने सिर्फ शुद्र की ही जाति बनायीl *आज ये जाति लगभग 6743 की संख्या में हैl* इसकी लिस्ट गूगलनेट में देख सकते है। *ब्राम्हण, क्षत्रिय,वैश्य की कोई जाति नहीं होतीl उनका सिर्फ वर्ण ही होता है। जैसे शर्मा, दुबे, चौबे, श्रीवास्तव ,द्विवेदी इनके गोत्र है जाति नहीं*यकिन न हो तो चतुराई से पुछ कर देख लेना। इस *देवासुर-संग्राम में जो लोग लड़-भीड़ कर जंगल में शरण लीl और युद्ध जारी रखाl वो वन शरणागत शुद्र(आदिवासी) ST कहलाये ,और जो लोग लड़-भीड़ कर हार कर वही समाज के बाहर रहने लगे वो (अछूत) SC कहलायेI और बाकि शुद्र सछुत शुद्र कहलायेl जिनमें अन्य (पिछड़ा वर्ग) OBC आता है।*जिसने जैसा संग्राम किया उसे उतना ही घृणित कार्य दिया गया। *रामायण, महाभारत ,चारो वेद ,उपनिषद,पुराण उसी समय के लिखे गए ग्रन्थ है। इस प्रकार जातियाँ द्रविड की सामाजिक एकता तोड़ने के लिए बनायी गयी और देवी-देवता धार्मिक गुलाम बनाने के लिए बनाए गए।**हम देवी-देवता के रूप में सभी आर्यों की पूजा करते हैl ये सारे देवी-देवता झूठे(false) है। यह सत्य होता तो पुरे विश्व में देवी-देवता मानतेl भारत में ही क्यों?* इसप्रकार *शिक्षा का अधिकार ब्राम्हण ने ले लियाl क्षत्रिय ने राज करने का, वैश्य ने धन का अधिकार ले लिया और शुद्र(द्रविड) मूलनिवासी को तीनो वर्णों की सिर्फ सेवा करने का काम दिया गया। जिसे आपने कहीं न कहीं अवश्य पढा होगाl* इसके बाद *महावीर स्वामी ने जाति व वर्ण ब्यवस्था का विरोध किया थाl (583 ईसा पूर्व में) पर ज्यादा सफल नहीं हुए।*फिर *गौतम बुद्ध ने (534 ईसा पूर्व) बौद्ध धर्म जो मानव जाति का प्रकृति प्रदत धम्म को खोजाl जो शाश्वत धम्म है। जिसने पुरे विश्व के मानव जीवन का कल्याण खोज निकालाl जाति व वर्ण व्यवस्था को लगभग समाप्त कर दिया था। गौतम बुद्ध के बाद मौर्य वंश में चन्द्रगुप्त मौर्य अशोकने बौद्ध धर्म को नई उचाई दीl अशोक के पुत्र-पुत्री ने कई देशो में बौद्ध धम्म का प्रचार-प्रसार कियाl* जो आज के समय में *100 से अधिक देश बौद्ध धर्म को अपना चूके हैl* कही अंशिक तो कही पूर्ण रूप से। *मौर्य वंश के अंतिम बौद्ध राजा बृहदस्थ ने गलती कीl उसने सेनापति के रूप में ब्राम्हण पुष्यमित्र शुंग को घोषित किया। शुंग ने सभी ब्राम्हणो को सेना में भर्ती कर दिया और सेना के सामने अंतिम बौद्ध राजा बृहदस्थ की हत्या कर दीl और 84000 स्तूप तोड़ दिए गए। पुष्यमित्र शुंग का शासनकाल 32 वर्ष (184 ईसा पूर्व -148 ईसा पूर्व)है। लाखो बौद्धो को काट दिया गया ।एक बौद्ध सिर काटकर लाने का इनाम 100 नग सोने के सिक्के रखा गया। भारत की धरती खून से रक्त-रंजित हो गयी।* बहुतो ने दुसरे देश जाकर अपनी जान बचायी। सारे बौद्ध ग्रंथ घर से खोज-खोज कर जला दिए गए। इसप्रकार जिस देश में बौद्ध धम्म ने जन्म लिया उस देश से गायब हो गया। आज भारत में जो भी बौद्ध ग्रंथ, त्रिपिटक लाये गए वो सब अन्य देशो से लाये गए है। बादमें *पुष्यमित्र शुंग ने मनुस्मृति लिखीl जिसमें शुद्रो के सारे मानवीय अधिकार छीन लिए गए। रामायण, महाभारत को फिर से नए ढंग से नमक मिर्ची लगाकर लिखा गया। तब से 2000 साल तक शुद्र (SC/ST/OBC) को शिक्षा और धन का अधिकार नहीं मिला थाl* इस बीच अनेको संत कबीर,गुरुनानक,रविदास,गुरु घासीदास ,और अनेक महापुरुष हुएl जिन्होंने भक्ति मार्ग से लोगों को सत्य का अहसास करायाl लेकिन नैतिक शक्ति-शिक्षा ,राजनितिक शक्ति - वोट देने के अधिकार ,सैनिक व शारीरिक शक्ति-कुपोषण के कारण क्षीण हो गया थाl *ब्राम्हण, पेशवाई में अचूतो की स्थिति अति दयनीय हो गयी थीl इस समय अचूतो को गले में हांड़ी और कमर में झाड़ू बांधकर चलना पडता थाl यह 12 वर्षो तक चलाl 1जनवरी 1818 को 500 महार सैनिकों ने 28000 पेशवाई लगभग युद्ध करके ख़त्म कर दीl जिसमें 22 महार सैनिक शहीद हुए थेl* मुग़ल राजाओ ने भी ब्राम्हणों से साठ-गाठ कर भारत को गुलाम बनाया और ब्राम्हणों के मर्जी से शुद्र को शिक्षा नहीं दीl लेकिन जहांगीर के शासन काल में थाॅमस मुनरो आये थेl यहाँ की अजीब स्थिति देखकर वह दंग रह गए ,उसी के बाद डच,पोर्तूगाली,फ़्रांसिसी,अंग् रेज आये और कंपनी स्थापित कर भारत को गुलाम बनायाl *थाॅमस मुनरो ने सबको शिक्षा देना शुरू कियाl जिसमें पहले व्यक्ति महात्मा ज्योतिबा फुले ने शिक्षा पायीl जो की माली जाति के अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैl शिक्षा पाने के बाद उन्होने अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले को भी पढायाl इसप्रकार सावित्रीबाई फुले सवर्ण महिला ,शुद्र महिला ,अतिशुद्र महिला में शिक्षा पानेवाली पहली महिला बनीl* ये आर्य सवर्ण लोग अपनी पत्नी को भी शिक्षा नहीं देते, क्योंकी उनकी पत्नी भी द्रविड महिला ही है। इसलिए कहा गया है *ढोल ग्वार शुद्र , पशु , नारी ये सब है ताडन के अधिकारीl शुद्रो को शिक्षा 19वी सदी में 1840 के आसपास ही मिलना शुरू हुआl* सारी क्रांति शुद्रोने(द्रविड) ब्रिटिश शासनकाल में ही कीl *रामास्वामी पेरियार , डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर के जीवनकाल में कितनी छुवाछुत थीl किसी से छुपा नहीं है। डाॅ.आंबेडकर अछूत समाज में पहले व्यक्ति है, जिन्होंने पहली बार मेट्रिक पास कियाl ग्रेजुएशन किया ,M.A. किया।देश-विदेश से अनगिणत डिग्रीयाँ हासिल कीl**डाॅ.आंबेडकर साहब जैसे संघर्ष आज तक किसी ने नहीं किया। अछूत कहे जाने वाले अस्पृश्य समाज को तालाब का पानी पीने का ,मंदिर में प्रवेश का अधिकार नहीं थाl चवदार तालाब का पानी पीने का सामूहिक प्रयास डाॅ.आंबेडकरने पहली बार कियाl* जिसमें अछूतो के संग बहुत मारपीट की गयीl करीब 20अछूत इस हमले में जख्मी हो गए थेl फिर कालाराम मंदिर में प्रवेश किये। बाबा साहब ने कई सभाए ली,कई समितियों का निर्माण किया ।*25दिसंबर 1927 को मनुस्मृति का दहन किया गयाl यही वह ग्रंथ है, जिसमें शुद्रो को नरक सा जीवन जीने के लिए तानाशाही आदेश जारी किये गए।* देश स्वतंत्र होनेवाला थाl समय *बाबासाहब से बड़ा कोई विद्वान ही नहीं थाl इसकारण संविधान लिखने का अवसर बाबा साहेब को मिलाl आज अचूतो को ,शुद्रो को ,महिलाओं को जो भी अधिकार मिले है, चाहे कोई भी फील्ड हो सब बाबासाहब के अथक प्रयास से संभव हुआ है। इसे SC/ ST/OBC/मायनॅरिटी माने या न माने ये उनके ऊपर निर्भर है। अनुसूचित जाति कल्याण आयोग, अनुसूचित जनजाति कल्याण आयोग, अन्य पिछड़ा कल्याण आयोग, धार्मिक अल्प संख्यक कल्याण आयोग (SC/ST/OBC/Minirity) के लिए बनाया गया है।* आपको संविधान में सवर्ण कल्याण आयोग कही नहीं मिलेगा। क्यों ? जरा सोचे यह *संविधान भारत के मूलनिवासी (द्रविड) के हित व उनका सम्पूर्ण विकास के लिए बनाया गया है। हर जरुरी अधिकार सविधान में डाले गए है। लेकिन अफ़सोस की मूलनिवासीयों (द्रविड़) ने आज तक संविधान को खोलकर देखा ही नहीं और सवर्ण के साथ ही संविधान को बिना पढ़े घटिया और बदलने की बात करता हैl* वही अन्य देश के राष्ट्रपति,PM ,कानून के जानकार इसे दुनिया की सबसे महान संविधान कहता हैl*बाबसाहेबने संविधान लिखकर मूलनिवासी (द्रविड) को आधी आजादी दी गयी है और आधी आजादी जिस दिन हमारे द्रविड भाई एक हो जायेंगे उस दिन सम्पूर्ण आजादी मिलेगी।आज व्यापार में 95%, शिक्षा में 75%, नौकरी में 75% ,जमीन में 90% इन आर्यों का ही कब्ज़ा है। भाईयों जरा गौर करो SC/ST/OBC/Minirity के लोग कितने % व्यापार में हाथ-पाव जमाये हो? 85% मूलनिवासी (द्रविड) सिर्फ ग्राहक बने हो, दुकानदार तो मुख्य रूप से सवर्ण ही है।* बड़े-बड़े उद्योग ,कंपनी, बड़ी-बड़ी दुकाने हर प्रकार का दुकाने कौन चला रहा हैl गौर करोगे तो सब समझ आ जायेगाl लेकिन दुःख की बात है कि, हमारे भाई दूर की सोच रखते ही नहींl *आज सिख, बौद्ध भी द्रविड हैl इसाई,मुस्लिम भी द्रविड हैl मुग़लकाल में हमारे ही द्रविड भाईयो ने हिंदू धर्म की हीनता देख कर मूस्लिम धर्म को अपनायाl अंग्रेजो के शासनकाल में हमारे द्रविड भाईयों ने ही इसाई धर्म को अपनाया। और सिखों ने अपना अलग सा धर्म बनाया। इसकारण सवर्ण लोग कभी सिख दंगा, कभी इसाई दंगा, कभी मुस्लिम दंगा, कभी बौद्ध पर हमला करता रहता हैl ये सब इनकी सोची-समझी साजिश होती है।* '''67 साल के बाद आज जैसे ही बीजेपी सत्ता में बहुमत से आई है। गौर कीजिये क्या हो रहा हैl धर्म-धर्म रट रही हैl भारत को हिंदुस्तान करना चाहते है। सिख हिन्दू थे, घर वापसी करो ऐशी बाते करते हैl इनके मंत्री बोल रहे है साध्वी, नाथूराम गोडसे देशभक्त हैl जो आपके राष्ट्रपिता को तीन गोली ठोकता है। 4-5 बच्चे पैदा करो एक इनको दो, एक बोर्डर को दो, बाकी अपने पास रखोl कितना सम्मान करते है महिलाओं का सोचो। 2021तक सबको हिन्दू बनाने की धमकी दिये जा रहे हैl तो अल्पसंख्यक कहा जायेंगे। इसीकारण ही बाबासाहब ने अल्पसंख्यक को कुछ विशेष अधिकार दिए थेl ताकि बहुसंख्यक इनपर हावी न हो सके। गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करना चाहते हैl क्योंकि पुन: युद्ध करा सके। इतने सारे बेतूके बयान दे रहे है और मोदी चुप है क्यों? *द्रविड भाइयो अब एक हो जाओlयह समय खतरे से भरा हैl अगर टूट कर रहोगे तो फिर याद रखना इतने दिनो तक ब्राम्हणवाद ने मारा अब पूँजीवाद मारेगा और वर्ग संघर्ष की स्थिति निर्मित होगीl शिक्षा का भगवाकरण करके आपके दिमाग को मार रहे है। सरकारी सेक्टर में निजीकरण ,FDI ,PPP, ठेकेदारी करके आपके आरक्षण को मार दिया जा रहा हैl आपकी अगली पीढ़ी दाने-दाने के लिए मोहताज हो जायेगी।*
by Sanjay Patil- Nagpur --- This post has a history of buried history wherein * who is Native Dravid? Who is goddess-god? Arya Kouen Hazatabad, what is capitalism? *
* Do you know the meaning of Dravidian words? * Some people may not know from my mind that I am briefly presenting information for them. * Dravid words must be read in their student life, and it must also be read that India's civilization is a mixed civilization of Arya and Dravidians and it will also be read that * Aryans are people coming from outside. Our Indian historians have suppressed many batons. Aryans arrived in India. Who are they? Where did they come from? In India there are people or not. Historians do not write about this in history. Why? Because today India is the Aryan people who write history in the country. But you do not recognize him. do you know? When did you get the education from? And what characters do you come in? Why are you in this caste? What was your history? The day on which these batons will begin to search. You will begin to get the answer.And when it comes to understanding then you will realize that I am a slave.Orias have surrounded me. Now I will do something. Because Dravid is not someone else, you are Dravidian. * Arya is not any other than Brahmin, Kshatriyya, Vaishya is Arya. These are the Rathaists, Vastariya castes. Their arrival took place 4500 years ago from here in India 2500 BC. * They used to ride horses and carry iron sword. They came with their cow also. At that time * India was divided into three parts: l was the rule of King Bali in the northwest. Raja Shankar's rule in the northeast was that which you call Shankar Bhagwan and Raja of Ravana in the south was lonely which you burn every year and celebrate Khusia. * Before the arrival of Arya, there were Dravidians native to India. Animal Husbandry, Pucca Eto's house, bathing bath, Country-wide business, Visionist thinking, idol construction art, Skilled, painful, painting in painting was an advanced civilization. When compared to other countries, our civilization was very developed from them. Aryan first entered the reign of King Bali. I started living in slums and began to steal. Dravida complained to the king. Dravido grabbed the Aryans and appeared in front of the king. The Aryans cited the stomach. King Bali was a compassionate humanity lover. He forgave and arranged for eating and eating of Aryans, and advised not to steal. After understanding the behavior of the king and the people in a few days, the Aryans made a plan. In it, a man named Baman (which is today Vishnu God says) was intelligent in all the Aryans * l reached the court of King Bali with full Arya group and said, "Sir, we are very happy in your court, but if we give something else to us, I wanted to ask King Bali to ask him. The Aryans said, "Sir, we have heard that Trivaa runs in your kingdom." Let us also give Trishna, if we go back, then we will return. Thus, the Aryans kept three demands in front of King Bali in a trickery. * Firstly, the king give us the right to education, whatever we want and if we do not want it. Secondly, the king, give us the right to money, whatever we want to give, do not give it. Third- Raja Saheb give us the right to make such a rule, whoever wants to sit in the throne and do not want it. Thus, the Aryans used to deliberately take control of education, wealth, rule from Raja Bali and sat themselves in the state. Giani captured his own people in power. Then the king slaughtered the sacrifice and deepened it in the ground. It is said that, Lord Vishnu asked for three pounds of land on donation from King Bali. These three powers have the right to education, wealth, rule. It is said in the land that it is made the king of the Paltals. You are well-educated, think that someone's legs can be so big that the whole world covers the whole world. And if Puri had occupied the Earth, then why do not people of other countries know Vishnu Bhagwan. Why not worship Thus the Aryans grabbed the rule of King Bali. From that day the war continues between Arya and Dravid (native of India) l *
After this, * King Shankar planned to take over. For this, Vishnu thought of marrying his sister to King Shankar, and sent a proposal for marriage. Mahishasur, the commander of Raja Shankar, had understood the move of the Aryans, he refused. Mahishasura became obstacle. So Arya Pateri Parvati tried to kill Mahishasur in her love affair and searched for eight days to commit murder. On the ninth day, I got a chance as soon as she was killed by Trishul, and as Shankar's maid Started serving Gradually, Parvati also subdued Shankar with her beauty. And in a planned manner Raja Shankar used the habit of intoxication. In this way Raja Shankar was disenchanted with Raja's text after being in the form of intoxication. Then the Aryans also ruled him and his body became hot by saying that staying in the Himalaya Mountains Advised that today the Kailash mountain is called. * Thus, the Aryans were captured in two states. Then the war was seized to grab the rule of Ravana. Ravana was also killed after being heavily persecuted because of Bibhishan's duplicity. * The Aryans occupied all three states in this way. * The Aryans call themselves Dev and Indigenous Indian (Dravid) as Asur. Thus, after the war that lasted for 1500 years Dravid was completely lost. It is famous in the history of war as the Goddess-Sangram. ** Only after the God-war, the caste and the caste system was formed. The Aryans declared Brahmin to the meaning of the Brahmin, the Rathayast to the Kshatriyas and the Vastariya castes as Vaishya (Bania) and declared the native (Dravid) of India as Shudra. * And make two squares in Shudra as many people who fought fought as untouchable, and the rest To be declared clean shudra. And to break the social unity they only made a caste of the Sudra. * Today, this caste is in the number of approximately 6743. * It can see the list of GoogleNet. * There is no caste of Brahmin, Kshatriyya and Vaishya, they are mere characters. Like Sharma, Dubey, Chaubey, Shrivastav, Dwivedi, their tribe is not a caste. If you do not, then you have to look after it with cleverness. This is the people who fought in the forest and took shelter in the forest in Devasur-Sangram. They called the forest refugee Shudra (Adivasi) ST, and those who lost their lives by fighting, they remained outside the society (untouchable) SC Called I and the rest is called Shuddh Shudra in which the other (OBC) comes from OBC. * The person who fought like that was given the same disgusting work. * Ramayana, Mahabharata, Charo Vedas, Upanishads, Puranas are the books written at the same time. Thus, the castes were created to break Dravid's social unity and the gods and goddesses were created to make religious slaves. ** We worship all Aryans in the form of goddesses. All these gods and goddesses are false. If this was true, why do we believe in God in the whole world? * In this way, the Brahmin took the right to education. Kshatriya took control of the wealth, Vaishya took possession of wealth, and the Shudra (Dravid) native had only three characters The work was done to serve Which you have read somewhere. * * Mahavir Swamy had opposed caste and color scheme. (In 583 BC), however, did not succeed much. * Then * Gautam Buddha (534 BC) Buddhism which is human The nature of the caste finds the given dhamma which is eternal dhamma. Who searched the welfare of the human life of the whole world, almost eliminated caste and character system. After the Gautam Buddha, Chandragupta Maurya Ashoka, the Maurya dynasty, elevated Buddhism. The son and daughter of Ashoka propagated the Buddhist dham in many countries * * In today's time * more than 100 countries have adopted Buddhism. Something like that in full. * Bauradastha, the last Buddhist king of the Mauryan dynasty, made a mistake, and he declared Brahmin Pushyamitra Sung as the commander. Shung admitted all the Brahmins into the army and killed the last Buddhist King Brihadastha in front of the army and 84000 stupas were broken. Pushyamitra Shung's reign is 32 years (184 BC-148 BC). Millions of Buddhists were bitten. The prize for bringing a Buddhist head was kept 100 thousand gold coins. India's blood became blood-reddened. * Most of the people went to another country to save their life. All Buddhist texts were invented and burnt in the house. In this way the country where Buddhist Dhamma was born disappeared from that country. All the Buddhist texts that were brought to India today, Tripitik has been brought from other countries. Later, * Pushyamitra Shung wrote Manusmriti where all human rights of Shudro were stripped. The Ramayana, the Mahabharata was re-written in a new way by adding salt chillies. In the meanwhile, Shudra (SC / ST / OBC) had not got the right to education and money till 2000 years. * Meanwhile, there were many saints Kabir, Gurunanak, Ravidas, Guru Ghasidas, and many great men who made people realize the truth through devotional path. But the moral power-education, political power- the right to vote, the military and the physical power-was malfunctioned due to malnutrition. * Brahmin, the situation of Achutha in Peshwas became very miserable. At this time, It was 12 years old. It was lasted for 12 years. On January 1, 1818, 500 Mahar soldiers marched 28,000 Peshwas near the war, in which 22 Mahar soldiers were martyred. * Mughal Rajo also made sixty years of Brahmins He made slaves and did not teach Shudh to the wishes of the Brahmins. But during the rule of Jahangir, Thomas Munro came here. He was amazed at the strange situation here, followed by Dutch, Portuguese, French, English and company establishments
* No one has ever struggled like Dr. Ambedkar Sahab till now. The untouchable society called untouchables had the right to drink water from the pond, not to enter the temple. The collective effort of drinking the water of tasty pond was done by Dr. Ambedkar for the first time, in which twenty untouchables were injured in the attack with untouchables. I went to the Kalaram temple again. Baba Saheb took several meetings, constructed several committees. * On December 25, 1927, Manusmriti was burnt, this is the text, in which the dictatorship orders were issued to lead Shudro to live a life of hell. * The country was going to be independent l time * Babasaheb There was no bigger scholar than that. That is why Baba Saheb got the opportunity to write the constitution. Today, the Achutos, Shudras, whatever rights are given to women, whatever field is all the way. Is made possible by the tireless efforts. It is up to them to consider SC / ST / OBC / minority or not. The Scheduled Castes Welfare Commission, Scheduled Tribes Welfare Commission, Other Backward Welfare Commission, Religious Minority Welfare Commission (SC / ST / OBC / Minirity) has been created for you. * You will not get any mention of the Senior Welfare Commission in the Constitution. Why? Just think * This Constitution has been made for the development and overall development of the native of India (Dravid). Every necessary right has been put in the Constitution. But the people of pessimism (Dravid) have not seen the constitution open till now, and with the upper castes, the Constitution speaks of the poor and unfavorable change. * The same President of other countries, PM, know the law, it is the world's greatest Constitution L * Babasaheb has written a constitution and has given half the freedom to the native (Dravid) and half the freedom on which day our Dravid brothers will be united, there will be complete freedom. 95% in trade, 75% in education, jobs, 75% of the possession as these Aryan 90% in the ground. Let the brothers look at how many% of the people of SC / ST / OBC / Minirity have got their hands in business? 85% Native (Dravid) should be just the customer, the shopkeeper is primarily the uppercase. * The big industry, the company, the big shops are running every kind of shops, but if you notice it, all will be understandable but the grief It is a matter of fact that our brothers do not keep away from the distant thoughts. * Today, Sikhs, Buddhists are also Dravidians. Christians, Muslims are also Dravidians. In our Mughal period, our own Dravid brothers adopted Moses religion by looking at the inferiority of Hindu religion. During our rule, our Dravid brothers adopted Christianity only. And the Sikhs created their own religion. Because of this, the people of the times have never been a Sikh riot, sometimes a Christian riot, a Muslim riot, and sometimes a Buddhist attack. All these are their conspiracy theories. * '' After 67 years, when the BJP came from the majority in power today . Consider what is happening l Religion is crying: l wants India to Hindustan. Sikhs were Hindus, return home, Ashley speaks. His ministers are saying, Sadhvi, Nathuram Godse is a patriot who holds three bullets to your Father of the Nation. Create 4-5 children Give them one, give one boarder, keep the rest with you. Think of how women respect them. By 2021 everybody is threatened to make a Hindu, then the minority will be called. That is why Babasaheb gave some minor rights to the minority so that the majority could not dominate them. Gita wants to declare a national book, because he can fight again. Why are so many Beatsu giving statements and why is Modi silent? * Dravid brothers now get one. It is full of dangers. If it breaks down, then remembered for so many days, by brahmanism, will kill capitalism and will create a situation of class struggle. By killing saffronisms of education, killing your mind. Your reservation is being killed by privatization, FDI, PPP, contracting in government sector. Your next generation will be happy to donate.